Bird Revenge | हम इस बात को अक्सर सुनते आये है की, नाग नागिन बदला लेते है. लेकिन इस बात को Bird Revenge के नये शोधणे झूट साबित किया है. एक पक्षी है जो 17 साल बाद भी लेता है बदला.
Bird Revenge क्या है, नाग नागिन नही लेते है बदला?
अधिकांश लोग इस बात को मानकर चलते हैं कि इंसानों से बदला लेने वाले जानवरों में नाग नागिन सबसे आगे हैं.
लेकिन यह तो अब तक चली आयी एक कहानी मात्र है, शोधकरताओने इस बारे मे शोध लगाकर Bird Revenge के बारे मे नही जानकारी प्रस्तुत की है.
किसी जानवर को कोई इन्सान यदि तकलीफ देता है तो वह उसे क्या याद रखता है.
इस संदर्भ में भारत में नाग नागिन को लेकर बहुत सारी धारणा और कहानीया अलग अलग तरीके से सुन ने मिलती है.
लेकिन एक बात तो साफ हो गई है की, नाग नागिन बदला लेने में असमर्थ रहे है.
Revenge कोलेकर वैज्ञानिको ने एक प्रयोग के माध्यम से शोध किया है, जिससे यह बात पता चली है की नाग नागिन नही बल्की एक पक्षी है जो 17 साल बाद भी बदला Bird Revenge लेने की क्षमता रखता है.
Bird Revenge क्या है, कोनसा पक्षी लेता है बदला?
Bird Revenge की यदि बात करे तो दुनिया मे सबसे बुद्धिमान माने जाने वाला पक्षी कौआ 17 साल बाद भी बदला लेने की क्षमता रखता है.
इस क्षेत्र में कार्य करणे वाले वैज्ञानिको द्वारा इस शोध को प्रस्तुतकीया गया है.
अर्थात यह कोई शोध नही है एक प्रयोग द्वारा सिद्ध की गई रिसर्च रिपोर्ट है.
इस रिपोर्ट मे Bird Revenge कोलेकर बहुत सारी महत्त्वपूर्ण बाते बताई गई है.
रिपोर्ट में इस बात को भी अधोरेखित किया गया है कि कौवा एक अद्भुत और काबिलियत रखने वाला बढीया पक्षी है.
किसी बात को लेकर यदी कोई खतरा दिखता है तो कौवा कैसे अपने अन्य समुदाय के लोगो को सुरक्षित करता है इस बात पर भी रिपोर्ट मी स्पष्टता की गयी है.
Bird Revenge का प्रयोग कैसे किया गया?
Bird Revenge का यह अनुठा प्रयोग 2006 मे वॉशिंग्टन युनिव्हर्सिटी के एक्सपर्ट्स द्वारा शुरू किया गया था.
इस प्रयोग की सुरुवात पर्यावरण वैज्ञानिक प्रोफेसर जॉन मार्जलूफ ने की थी.
प्रोफेसर ने इस प्रयोग के लिए कुछ डरावने मुखवटे बनाकर ला येथे और साथ मे Bird Revenge प्रयोग हेतू सात कौओं को भी पकडा था.
इन कौओं को तकलीफ देते समय इन मुखवटो का इस्तेमाल किया जाता था.
बाद के सालों मे प्रोफेसर और उनके सहयोगियों ने उन्हीं मास्क को पहन कर यूनिवर्सिटी कैम्पस में घूमते हुए स्थानीय कौओं को दाना डाला करते थे.
मार्ज़लफ ने मास्क पहने हुए एक घटना को याद किया जब उनके सामने आए 53 कौवों में से 47 ने उन्हें बुरी तरह परेशान कर दिया था. इनमें वे पकड़े गए सात कौए भी थे.
Bird Revenge खतरे मे डालने वाले इंसान को पहचाना
Bird Revenge की इस प्रयोग ने कुछ और भी महत्वपूर्ण तथ्य उजागर कीये है.
इस बात को आप जानकर हैरान हो जायेंगे की इन कौवों ने उन्हे परेशान करने वाले इंसानो को पहचान लिया था. इस जानकारी को अपने साथियों तक भी पहुंचा सकते हैं.
सबसे अजीब बात तो तब हुई जब 2013 में परेशान करने वालों की संख्या बढ़ गई थी.
Bird Revenge का यह प्रयोग सितंबर 2023 तक शुरू होने के 17 साल बाद, मार्ज़लफ़ के मास्क वाली सैर पर एक भी परेशान करने वाला कौआ नहीं देखा गया.
इस अध्ययन का एक और दिलचस्प पहलू डिक चेनी की तरह दिखने वाले एक “तटस्थ” मुखौटे का उपयोग करना था. चेनी उस समय अमेरिका के उपराष्ट्रपति थे.
बहुत ही काबिल होते हैं कौवे
Bird Revenge के इस प्रयोग ने इस बात को फिरसे उजागर कर दिया है की, कौवे अविश्वसनीय बुद्धिमान होते है.
दुनिया में कई जगह और कई बार कौवों के हमला करने की घटनाओं का उल्लेख पाया गया. कौवे अपनी अविश्वसनीय बुद्धिमानी से हमेशा चौंकाते रहते हैं.
यह केवल खतरों को पहचानने और द्वेष रखने तक ही सीमित नहीं है. पिछले शोध से संकेत मिलता है कि कौवों में औजार बनाने और यहाँ तक कि गिनने की प्रतिभा होती है.
अध्ययन के नतीजे साफ बताते हैं कि कौवे 17 साल तक बदले की Bird Revenge की भावना पालते हैं और खतरे को याद रख पहचान सकते हैं.