Kumbh Mela 2025 का आयोजन प्रयागराज मे किया गया है. जहा पर 28 जनवरी की देर रात को भगदड़ होने से करीब 38 लोगो की मृत्यू हो गई है. इसम मृत्यु के जिम्मेदार कौन है? क्या उन्हे कोई शासन हुआ है? ये सवाल अब भी अपने जवाब धुंड रहे है.
Kumbh Mela 2025 मे मची भगदड़ के कारण क्या है?
जैसा की हम सब जानते है पिछली 28 जनवरी की रात को Kumbh Mela 2025 में भगदड़ हुई. यह घटना देर रात करीब 1:30 बजे संगम नोज इलाके में हुई। सरकारी आंकडे बता रहे है कि 30 लोगो की मृत्यू हुई है. वास्तविक आकडा बहुत ज्यादा है. जो अभी तक सामने नही आया है.
कुछ जानकारी प्राप्त होने के हिसाब से इस बात का अनुमान लगाया जा रहा है कि भगदड़ की घटना तीन जगह पर हुई है और मौत की संख्या अधिक है.
इस पुरी घटना के कारण के बारे मे अभी भी जांच चालू है. लेकिन कोई विशेष जानकारी प्राप्त नही हो पा रही है. इसकी क्या कारण है यह भी एक शोध का विषय बन सकता है.
जहा पर भीड जमा होती है वहा का, नियोजन और व्यवस्थापन अच्छी तरह से करना चाहिए.
Kumbh Mela 2025 मे मृत्यु की संख्या अधिक
Kumbh Mela 2025 मे हुई घटना से मृत्यू होने वालो की संख्या अधिक बताई जा रही है. लेकिन अधिकारी तौरपर यह संख्या कम बताई जा रही है. इसके विभिन्न कारण हो सकते है.
प्रसिद्ध पत्रिका दैनिक भास्कर के अनुसार उनके एक रिपोर्टर घटना के दुसरे दिन मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुचे थे. वहा पर उन्होने लगभग 24 लावारिस शवो की फोटो लगाई देखी थी.
दुसरी और प्रशासन 30 लोगो की मृत्यु की पुष्टी कर चुका है, इसका साफ मतलब यह निकल रहा है 24 लावारिस लोगो के शो भी बरामत हुए है.
मतलब Kumbh Mela 2025 की इस घटना मे मृत्यू होने वालो की संख्या 30 से अधिक है.
इस संदर्भ में एसडीएम आशुतोष मिश्रा से बातचीत में सामने आया कि 29 जनवरी को यहां 40 से 50 शव रखे थे। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस में बैठे एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि 20 शव अब भी रखे हुए हैं। हालांकि इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकी।
UP को छोड़, बाकी राज्यों में अब तक 25 शव जा चुके हैं। इनमें बिहार में 8, कर्नाटक 4, हरियाणा-राजस्थान में 3-3, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 2-2, असम, गुजरात और उत्तराखंड में 1-1 शव परिजनों के पास आए हैं।

Kumbh Mela 2025 मे तीन जगह भगदड
Kumbh Mela 2025 मे हमे सिर्फ एक जगह की भगदड के बारेमे जानकारी मिली है. लेकिन कुछ 17 के अनुसार भगदड की घटनाये तीन जगह पर हुई है.
सेक्टर-20 सब सेंट्रल हॉस्पिटल में रिपोर्टर ने यहां तीन एंबुलेंस ड्राइवरों से बात की। एक ड्राइवर ने दावा किया कि 29 जनवरी की तड़के हॉस्पिटल में पैर रखने की जगह नहीं थी।
वे लाशों को कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और पटना तक छोड़कर आए हैं। दूसरे ड्राइवर का दावा है कि भगदड़ के समय उनकी एंबुलेंस पर लोग जान बचाने के लिए चढ़ गए थे। उन्होंने कुछ बच्चों को बचाकर एंबुलेंस में बैठा लिया था।
तीसरे ड्राइवर ने दावा किया है- सेक्टर-20 के हॉस्पिटल में करीब 25-30 लाशें आई थीं। एक डॉक्टर ने सभी लाशों के फोटो भी खींचे थे।
हॉस्पिटल के एक कर्मचारी ने बताया कि उस दिन लगातार लाशें आ रही थीं, और सभी लाशों को बाद में एसआरएन सहित दूसरे अस्पतालों में भेज दिया गया।
ऐरावत द्वार पर एक चाय दुकानदार ने बताया कि भगदड़ के बाद उनकी दुकान के बाहर ही 5 लाशें पड़ी थीं, जिनमें चार महिलाएं और एक पुरुष था।
भीड़ ने उनकी पूरी दुकान लूट ली और 20 पेटी पानी की बोतलें उठा ले गए। उन्होंने बताया कि चौराहे पर 5 लाशें पड़ी थीं और लोगों के कपड़े, बिस्तर छूट गए थे।
Kumbh Mela 2025 में मृत्यु की जिम्मेदारी किसकी?
Kumbh Mela 2025 में मृत्यु की जिम्मेदारी किसकी? यह सवाल आज भी जवाब मांग रहा है.
महाकुंभ मेले में हुई मृत्यु के लिए जिम्मेदारी का निर्धारण एक जटिल मुद्दा है और इसके कई पहलुओं पर विचार करना आवश्यक है।
यहां कुछ मुख्य बिंदु हैं जिन्हें ध्यान में रखा जा सकता है:
प्रशासनिक विफलता
प्रयागराज Kumbh Mela 2025 भगदड़ की घटना में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच की घोषणा की थी। जांच के बाद पता चला कि भीड़ प्रबंधन में लापरवाही और बैरिकेड्स टूटने की वजह से हादसा हुआ।
पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था
कुछ X पोस्ट्स में आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया और जबरन श्रद्धालुओं को नींद से उठाया जिससे भगदड़ मची। हालांकि, ये आरोप सत्यापित नहीं हैं और ऐसे मामलों में सुरक्षा व्यवस्था की भूमिका पर भी विचार किया जाना चाहिए।
राजनीतिक दलों की आलोचना
समाजवादी पार्टी ने 2013 के Kumbh Mela 2025 में हुई भगदड़ के लिए तत्कालीन सरकार को दोषी ठहराया था, जबकि कुछ रिपोर्ट्स में रेल प्रशासन की भी लापरवाही का उल्लेख किया गया था। वर्तमान में भी राजनीतिक दलों ने महाकुंभ के प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं।
आयोजन और नियोजन
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में भारी भीड़ के प्रबंधन की चुनौती होती है। यदि स्वास्थ्य सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था या भीड़ नियंत्रण में कोई कमी रह जाती है, तो इसके परिणाम बहुत गंभीर हो सकते हैं।
Kumbh Mela 2025 घटना के इस मामले में, निष्कर्ष निकालने से पहले एक पूर्ण जांच और विभिन्न पक्षों के विश्लेषण की आवश्यकता है।
जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति, संस्था या समूह पर नहीं, बल्कि कई कारकों के संयोजन पर निर्भर करती है।